Friday, 24 April 2015

निर्माण के पच्चीस वर्षों के बाद भी उद्घाटन नहीं हुई धनसिंह टोला जलाशय योजना का , स्थानीय लोगों को कोई लाभ नहीं

निर्माण के पच्चीस वर्षों के बाद भी उद्घाटन नहीं हुई धनसिंह टोला जलाशय योजना का , स्थानीय लोगों को कोई लाभ नहीं 
राष्ट्रीय नवीन मेल दिनांक- -२४-४-२२०१५ 


गुमला  l गुमला जिले के बसिया प्रखण्ड के सकेया ग्राम अवस्थित खखराजोर नदी पर लगभग पच्चीस वर्ष पूर्व निर्मित धनसिंह टोला जलाशय योजना का शुभारम्भ अब तक नहीं हो पाने से इसका लाभ स्थानीय ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है ,परन्तु अब क्षेत्र के विधायक सह विधान सभा अध्यक्ष दिनेश उराँव के द्वारा इस मामले में रुचि दिखलाए जाने से स्थानीय कृषकों के दिन बहुरने की उम्मीद की जाने लगी है l धनसिंह जलाशय योजना के निर्माण का आरम्भ वित्तीय वर्ष 1983-84 में हुआ था और वर्ष 1989 में योजना का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया ,परन्तु सिंचाई हेतु खेतों तक जल पहुंचाने के लिए नहरों की खुदाई नहीं हो सकी और प्रशासनिक उदासीनता के कारण इसका उद्घाटन भी नहीं हो सका है दूसरी ओर जलाशय के मुख्य स्पिलवे में मिटटी भरने लगा है l
उल्लेखनीय है कि धनसिंह टोला जलाशय योजना के कार्यान्वयन में विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उराँव अपने राजनीतिक जीवन के प्रारम्भिक कल से ही रुचि रखते रहे हैं l विधानसभा चुनाव 1999-2000 में जब वे प्रथम बार सिसई विस निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गये थे उस समय भी उन्होंने योजना का लाभ ग्रामीणों को शीघ्रातिशीघ्र मिल पाने के उद्देश्य से ही धनसिंह जलाशय का वन विभाग से फारेस्ट क्लियरेंस करवाई थी , लेकिन आज तक जलाशय से क्षेत्र के कृषकों को लाभ नहीं देख अब वे एक बार पुनः इसके लिए प्रयासरत्त हैं l इस बात का पता गत चौदह अप्रैल को परिसदन गुमला में आयोजित प्रेस वार्ता में विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उराँव के द्वारा इस सन्दर्भ में व्यक्त किये उद्गारों से चलता है कि इस मामले को लेकर वे कितने संजीदगी हैं l दिनेश उराँव ने गुमला के परिसदन में प्रेस वार्ता में इस सम्बन्ध में कहा कि धनसिंह जलाशय योजना का लाभ शीघ्र ग्रामीणों को मिलेगा इसमें संदेह नहीं l इसके लिए उन्होंने जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता को नहर के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का निर्देश दिया है l विस अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान ही मुख्य अभियंता से कहा गया है कि धनसिंह जलाशय योजना से किसान कैसे लाभान्वित होंगे, इसका प्रैटिक्ल मुझे करके दिखलायें l इस दिशा में युद्ध स्तर पर काम कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था करें l विस अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 1999-2000 के सत्र में जब मैं विधायक था। उस दौरान जलाशय का फॉरेस्ट क्लियरेंस कराया था। जलाशय के मुख्य स्पेलवे में मिट्‌टी चली गई है। मैं स्वयं कई बार जलाशय का निरीक्षण कर चुका हूंlजलाशय अर्थात डैम की सभी नहरें उनके विस क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। मुझे जानकारी मिली है कि इस दिशा में कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। डीपीआर बनना शुरू हो गया है। हालांकि शीघ्र ही वे पुन: मुख्य अभियंता से बात कर पूरी स्थिति से अवगत होंगे।

उधर स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि धनसिंह टोला जलाशय योजना का सरकारी उदासीनता के कारण निर्माण के 25 वर्ष बाद भी उदघाटन नहीं हो सका हैl जबकि जलाशय का निर्माण वर्ष 1983-84 में प्रारम्भ होकर 1989 में ही पूर्ण हो चुकी थी  थीl यह भी उल्लेखनीय है कि  इस जलाशय के निर्माण का उद्देश्य दस हजार परिवार समेत 30 गांवों के कृषकों को लाभान्वित करना थाl परन्तु सिंचाई हेतु नहर और अन्य छोटे-मोटे कार्य विभाग के द्वारा ससमय नहीं किये जाने के कारण जलाशय से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं हो पा रहा वहीँ प्राक्कलन राशि लागत में भी दिनानुदिन वृद्धि हो रही है l  

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