Monday, 20 April 2015

गुमला में विद्युतकर्मियों की मनमानी चरम पर , विद्युत् खम्भों को भी उखाड़कर यत्र-तत्र करने नहीं डरते -रणधीर निधि

गुमला में विद्युतकर्मियों की मनमानी चरम पर , विद्युत् खम्भों को भी उखाड़कर यत्र-तत्र करने नहीं डरते 
-रणधीर निधि 

गुमला l  गुमला जिले में विद्युत् विभाग की गजब की मनमानी चलती है l जो चाहा सो किया कोई देखने सूनने वाला नहीं l विद्युतकर्मी पूरे के पूरे निरंकुश हो गए हैं l जिला मुख्यालय की स्थिति तो और भी ख़राब है, यहाँ  अधिकाँश कर्मचारी अनुबंध व दिहाड़ी पर कम करने वाले हैं , जिन्हें नौकरी की कोई डर नहीं इसलिए जो चाहते हैं सो करते हैं l कौन विभागीय कर्मचारी है और कौन विभाग का नहीं कोई पहचान नहीं होने के कारण कुछ पत्ता नहीं चलता और जो चाहता है सो विद्युत् खम्भों पर चढ़कर घरों के विद्युत् संयोजन को जब चाहे तब काट देता है और फिर पैसे की वसूली कर विद्युत् संयोजन बहाल करना अपना परम धरम समझने लगता है l घरों में विद्युत् संयोजन करने , विद्युत् संयोजन काट देने , मीटर पठन करने, बिल प्रपत्र पहुँचाने, घरों पर जाकर बिल की वसूली करने में मनमानी तो करते ही हैं , जब इच्छा हो मुहल्लों , सड़कों के किनारे गड़े विद्युत् खम्भों को भी अपने लाभ के  लिए कभी यहाँ तो कभी वहाँ उखाड़कर - कबाड़कर गाड़ने से भी नहीं चुकते l विद्युत् खम्भों को उखाड़कर इधर से उधर करने के लिए निर्धारित मापदंडों और विभागीय प्रावधानों  का उल्लंघन करते हुए उच्चाधिकारियों से इसकी अनुमति लेना तक उचित नहीं समझते और निजी लाभ में खम्भों को यत्र-तत्र उखाड़ कर गाड़ते रहते हैं l और तो और उच्चाधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगने देते और खम्भा को यहाँ से वहाँ अपनी लाभ के लिए कर देते हैं l ऐसा ही एक मामला गुमला नगर पंचायत के वार्ड संख्या चौदह के करमटोली मुहल्ला के तालाब के पास कुछ दिनों से देखने को मिल रही है l जानकारी के अनुसार गुमला नगर पंचायत के वार्ड संख्या चौदह के करमटोली मुहल्ला के तालाब के पास वर्षों से विद्युत् खम्भा लगा हुआ था जिससे वहां के वाशिंदों के घरों में विद्युत् संयोजन दी गई थी l बतलाया जा रहा है कि गुमला जिला मुख्यालय-करमटोली- बाँसडीह पथ पर स्थित करमटोली तालाब के कोने पर तालाब के मेड़ पर ही वर्षों से लगे विद्युत् खम्भे को छः माह पूर्व एक बाराती वाहन ने टक्कर मार दी जिससे किसी को कोई क्षति तो नहीं पहुंची , लेकिन विद्युत् खम्भा टूटकर गिर गया l यह देख वहाँ पर स्थित घरों के लोगों ने बाराती वाहनों को वहाँ पर रोक दिया और टूटे खम्भे के स्थान पर नए खम्भे के लगाने के लिए पैसे की माँग करते हुए बारातियों और वाहनों को कब्जे में ले लिया l वाहन मालिक और बारातियों के द्वारा बहुत मान-मनौवल और आरजू विनती के बाद दस हजार रूपये लेकर वहाँ के लोगों ने बारातियों को छोड़ा l बाद में स्थानीय लोगों ने मोहल्ले के दुसरे छोर पर स्थित और बेकार पड़े एक विद्युत् खम्भे को अपनी मनमानी से उखाड़कर कई लोगों की सहायता से ढ़ोकर तालाब किनारे तक लाये और पूर्व में लगे खम्भे के विपरीत तालाब के दुसरे छोर पर बगैर विद्युताधिकारियों को सूचित किये ही गाड़ दिया l  खम्भे को तालाब किनारे से दूसरी ओर ले जाने के इस कार्य में वहाँ पर सड़क किनारे स्थित घर के लोगों का मुख्य हाथ था जो अपने फायदे के लिए बगैर विभागीय अनुमति प्राप्त किये ही खम्भे को अपने घर के नजदीक गडवा दिया और वाहन मालिक से प्राप्त दस हजार रूपये को हड़प लिया l बतलाया जा रहा है कि तालाब किनारे के घर का एक सदस्य बिजली मिस्त्री का कार्य करता है उसी का हाथ खम्भों को यत्र-तत्र करने में रहा है और समय स्थानीय मोहल्ला के घरों से भी खम्भा गाड़ने के नाम पर एक प्राइवेट बिजली मिस्त्री से मिलकर उसने प्रति घर दो सौ रूपये की वसूली की थी l खबर है कि सड़क किनारे के घर का वह बिजली मिस्त्री विद्युत् खम्भे को पूर्व के स्थान पर अथवा दुसरे स्थान पर गाड़ने के लिए घर-घर जाकर चंदा वसूली करने में लगा है और मोहल्ले वालों को कह रहा है कि खम्भा को यहाँ से उखाड़कर अब दुसरे जगह गाड़ना है इसके लिए विभाग के अभियंताओं और अधिकारियों को पैसा देना है l इस अम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि खम्भे को यहाँ से उखाड़ कर वहाँ गाड़ने की अभी कोई योजना नहीं है और न ही इस प्रकार की कोई सूचना ही है l खम्भों को गाड़े जाने के सम्बन्ध में विभागीय नियमों का पालन करना अनिवार्य है और  बेवजह खम्भों को इधर-उधर करना गलत है l इसकी जाँच कर समुचित कारवाई की जाएगी और विभागीय विद्युत् कर्मियों की पहचान कर उन्हें उचित दिशा-निर्देश दिए जायेंगे l

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