Sunday, 29 March 2015

गुमला जिले में श्रीरामनवमी हर्षोल्लासपूर्वक सम्पन्न

गुमला जिले में श्रीरामनवमी हर्षोल्लासपूर्वक सम्पन्न



गुमला । गुमला जिले के सभी प्रखण्डों में मर्यादा पुरुषोत्तमभगवान श्रीराम का प्राकट्य महोत्सव श्रीरामनवमी चैत्र मास की शुक्ल पक्ष नवमी दिन शनिवार को आस्था, श्रद्धा व हर्षोल्लास पूर्वक परम्परागत रूप से मनायी गई । इस निमित शनिवार को लोगों ने अपने-अपने घरों में , मन्दिरों में और श्रीरामनवमी पूजन स्थलों में पूजा अर्चना की। वहीं कुछ व्यवसायी वर्ग अपने प्रतिष्ठानों में पूजा अर्चना कर नए खाता-बही का श्री गणेश किया। इस दौरान विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष कार्यक्रम हुए वहीं घरों में भी श्रीराम का पूजा-अर्चना  श्रद्धा के साथ किया गया।  जिला मुख्यालय के महावीर मंदिर और श्रीरामनवमी पूजन स्थलों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। जिले में कई जगहों पर अवस्थित हनुमान मन्दिरों और श्रीरामनवमी पूजा समिति के अखाड़ों में परंपरा अनुसार बजरंग बली की विशालकाय ध्वजाओं को फहराकर कर पूजा-अर्चना की गई। जिला मुख्यालय में अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना की गई। शनिवार २८ मार्च को दोपहर से ही गुमला के विभिन्न मुहल्लों और शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रों  में अवस्थित श्रीराम नवमी पूजन स्थलों से भक्तजन कपिध्वज अर्थात रामनवमी झण्डे को लेकर जय जय हनुमान , श्रीराम भक्त हनुमान की जय, जय हो बजरंग बली की जय , बोलो सियावरराम चन्द्र की जय आदि नारों की गूँज के साथ श्रीराम कीर्तन करते और पारम्परिक हथियारों के करतब दिखलाते हुए गुमला के मुख्य पथ पर महाबीरी झण्डे के मिलन के प्रस्थान करना शुरू दिया ।मुख्य मिलन कार्यक्रम स्थल पर पूजन समितियों के पहुंचते और मिलन कार्यक्रम के समापन में शनिवार को देर रात्रि हो जाने की संभावनाओं के मद्देनजर शहर के मुख्य पथ के साथ ही सिसई पथ, पालकोट पथ , जशपुर छतीसगढ़ पथ , लोहरदगा पथ और डीएसपी पथ और थाना पथ आदि सम्पूर्ण शहर को  निकाली जाने वाली शोभा यात्रा के लिए विशेष रूप से सजाई गई है। गुमला के श्रीरामनवमी पूजन समिति के केन्द्रीय मण्डल के सदस्यों ने  बताया कि यात्रा का गुमला के विशिष्ट जन भगवा ध्वज के साथ शुभारंभ किया  तथा गुमला के अनेक गणमान्य अतिथि, पूज्य संत व राम भक्त , हनुमान भक्तों ने शोभा यात्रा को सुशोभित किया ।अनेक धार्मिक, राजनैतिक,सामाजिक, शैक्षणिक व सांस्कृतिक संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी शोभा यात्रा में भाग लिया । धार्मिक –आध्यात्मिक और सामाजिक समरसता की झांकी, महिला सशक्तिकरण की अनूठी पहचान , पूजन समितियों के संकीर्तन टोली उत्साही युवकों का शौर्य प्रदर्शन इस बार आकर्षण का केंद्र रहा । वहीं श्रद्धालुओं द्वारा गाजे-बाजे के साथ शोभा यात्रा भी निकाली गई गुमला शहर में भगवान श्रीराम की शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए गुमला शहर के मुख्य पथ पर मिलन समारोह के पश्चात देर रात्रि जाकर सम्पन्न होगी।

जिले के सिसई, भरनो , बसिया,घाघरा, बिशुनपुर , रायडीह आदि प्रखण्ड क्षेत्र में रामनवमी धूमधाम से मनाये जाने की सूचना है ।लोगों ने शनिवार को पूजा-अर्चना के पश्चात अपने-अपने घरों में ध्वजा को प्रतिष्ठापित किया। । मालूम हो कि प्रतिवर्ष की भान्ति इस वर्ष भी सिसई के कुम्हार मोड़ में स्थापित बजरंग बली की विशालकाय मूर्ति की पूजा-अर्चना की गई । इस मौके पर मेले का भी आयोजन किया जाता है। वहीं विगत कई वर्षो से चली आ रही परिपाटी अनुसार राम जनमोत्सव पर पूजन समितियों द्वारा समिति पदाधिकारियों के नेतृत्व में गाजे-बाजे, हाथी घोड़ा के साथ भगवान राम की झांकी निकाली गई। जिले के सर्वाधिक प्राचीन ग्रामों में से एक मुरूनगुर आज के मुरगु में श्रीरामनवमी पर करीब दर्जनों स्थानों पर श्रीहनुमान के विशेष पूजन हेतु निर्मित चबूतरादी स्थलों पर भक्तों ने वानरकेतन लहराकर अष्टमी की रात्रि को ही हनुमदुपसना प्रारंभ की जो आज दोपहर को विसर्जन के बाद समाप्त हुई ।तत्पश्चात शोभायात्रा निकाली गई जिसमें मुरगु सहित आस-पास के दर्जनाधिक गाँवों के श्रीरामनवमी पूजन समिति के अधिकारी , सदस्य व स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया और श्रीराम और हनुमान के जय- जयकारे लगाये। निर्मित ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। गुमला, बसिया और चैनपुर अनुमंडल अंतर्गत रामनवमी का पर्व हर्षोल्लास व शांतिपूर्ण माहौल में मनाया गया। स्थानीय पूजा समिति स्थलों और  दुर्गा मण्डपों सहित विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना श्रद्धालु भक्तों ने की। जिले के सभी क्षेत्रों में रामनवमी का पर्व काफी धूमधाम से मनाया गया। रामनवमी के अवसर पर लोगों ने अपने घरों के अलावा नजदीक के मंदिरों में पूजा-अर्चना की। गुमला थाना क्षेत्र में रामनवमी का पर्व भक्तिमय माहौल में सम्पन्न हो गया। पर्व को ले सबों ने अपने-अपने तरीके से पूजा-अर्चना की। पर्व को ले ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई ।सबों ने इस अवसर पर अपने-अपने तरीके से देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। जिले में रामनवमी पर्व को ले शनिवार को सबेरे से ही लोग नहा-धो पूजा-अर्चना में जुट गए। इस मौके पर कई जगह भजन की‌र्त्तन का भी आयोजन किया गया।
 जिले के विभिन्न क्षेत्रों के पूजा स्थलों, मन्दिरों में भगवान श्री राम जी के जन्म दिवस पर दोपहर में श्रद्धालुओं के बीच बड़े हर्षोल्लास से श्रीराम जी आरती, प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम सम्पन्न किया गया । वैसे भी शनिवार को बजरंगवली की पूजा के लिए खास दिन माना जाता है,ऐसे में मंगलवार को ही रामनवमी पड़ने के कारण श्रीराम भक्त व दूत हनुमान के श्रद्धालु भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला , वे हनुमान के चरित्र को उजागर करने वाले भान्ति-भान्ति के प्रतिरूपों में दिखलाई दिए ।
अनेक जगहों पर इस पावन अवसर पर भक्तगण पुरे दिन रामायण का पाठ करते रहे। कई स्थानों पर इस दिन हर्षोल्लास पूर्वक भगवन राम, सीता, लक्ष्मण, और भक्त हनुमान की शोभा यात्रा निकली गई, जिसमे हज़ारो की संख्या में श्रद्धालुओं ने  भाग लिया ।


श्रीरामनवमी के अवसर पर गुमला प्रखण्ड के खोरा गाँव स्थित पञ्चमुखी हनुमान मन्दिर में भी हनुमदुपासना हेतु विशेष आयोजन किए जाने की सूचना है । गुमला प्रखण्ड मुख्यालय से बीस किलोमीटर दूर आंजन गांव में विशेष रूप से श्रीराम और श्रीराम के दूत हनुमान की पूजा –अर्चा की गई । आंजन के अलावा जिले के गांव-गांव में महावीरी झंडा की पूजा कर लोग अस्त्र-शस्त्र चालन का करतब दिखलाया । वहीं कई गांवों में रामनवमी के मौके पर झंडा मिलन समारोह भी आयोजित किया गया । के गुमला जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत आंजन गांव रामभक्त हनुमान की जन्मस्थली है। ऐसी मान्यता है कि रामभक्त हनुमान का जन्म आंजन गांव में ही हुआ था। यही कारण है कि यहाँ सालों भर हर शुभ -पावन अवसर पर यहां गुमला ही नहीं बड़ी संख्या में आसपास के भक्त भी आंजन गांव पहुंचते है। राम नवमी के अवसर पर झारखण्ड की राजधानी राँची से श्रीराम भक्त भारी संख्या में आये थे , जिन्होंने 1953 में आंजन पहाड़ी मे निर्मित हनुमान मन्दिर में विशेष साफ-सफाई और साज-सजावट और पूजन की व्यवस्था स्थानीय ग्रामीणों से मिलकर की ।



जिले भर में नवरात्र पर्व के शनिवार को अन्तिम दिन देवी मंदिरों में दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिरों में अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। नवमी के दिन मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के साथ ही नवरात्र पर्व का समापन हो गया।  शहर में स्थित देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर शाम तक जारी रहा। पिछले नौ दिनो से चले आ रहे नवरात्र महोत्सव का समापन भी शनिवार को धूमधाम के साथ हुआ।


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