Sunday, 29 March 2015

गुमला जिले में होलिकोत्सव हर्षोल्लास व धूम-धाम के साथ मनाया गया

गुमला जिले में होलिकोत्सव हर्षोल्लास व धूम-धाम के साथ मनाया गया

गुमला। आनन्द, उल्लास , मस्ती, प्रेम, सम्मिलन, मित्रता एवं एकता का पर्वोत्सव होलिकोत्सव गुमला जिले में 6 मार्च दिन शुक्रवार को हर्षोल्लास व धूम-धाम के साथ मनाया गया ।इस पवन अवसर पर  बच्चो से लेकर बुजुर्गो तक सबने होली के रंग मे डूबकर होली के रंग-विरंगे पर्व को सार्थक किया ।जिले के प्रायः सभी क्षेत्रों से मिल रही सूचनाओं के अनुसार भेदभाव भूलकर सबने होली खेली और प्रेम से गले मिलकर एक-दूसरे को होली की मांगलिक शुभ कामनाएँ और बधाइयां दी ।होली के मिठास भरे माहैल मे कही-कही कुछ हल्की- फुल्की गडबडी भी हुई , परन्तु विधि-व्यवस्था के लिए यह बाधक सिद्ध नहीं हुई ।प्रशासनिक सतर्कता और जनता की जागरुकता ने होली के इस प्यार भरे माहौल को खुशनुमा बनाये रखा । शाम को जगह-जगह होली मिलन कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया । प्रेम सदभाव व रंगो का चमकदार त्योहार होली का पर्व क्षेत्र मे परप्परागत लोक-रीति के अनुसार मनाया गया ।इस अवसर पर बड़े-बूढो व बच्चों में समान रुप से उत्साह देखा गया। नवविवाहितो व किशोरो एवं किशोरियो ने रसमयी होली खेलकर सामाजिक व राष्ट्रीय भवना को मजबूत किया । होली का हुडदंग सुबह से ही प्रारम्भ हो गया बच्चो ने पिचकारियो व गुब्बारो मे रंग भरकर आने-जाने वालो पर रंग डालना प्रारम्भ कर दिया ।इतना ही नही ग्रामीण क्षेत्रों में  लोगों ने एक जगह इकटठा होकर ढोल-ढांक , झांझ- मजीरे, ढोलक-मृदंग के साथ फाग गाकर लोगो को अनन्दित किया । लड़कियाँ और महिलाओ ने भी जमकर होली खेली । जहाँ पर कचरा, कीचड़,गोबर व ग्रीस आदि लगाने को लेकर कुछ स्थानो पर हल्की नोक झोक भी हुई।इसके पूर्व बृहस्पति वार को पूर्ण चन्द्रमा की रात्रि को होलिका दहन का आयोजन जिले के सभी गाँवों,कस्बों व नगरों में किया गया ।होली के दूसरे दिन आज भी जिले में कई जगहों पर चैती मनाई जा रही है । हालाँकि जिला और प्रखण्ड मुख्यालयों में दुकान- दौरी आज खुले हैं फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ढोलक- मंजीरा और ढोल-नगाड़े के साथ चैती गीतों का आनद ले रहे हैं , नाच रहे हैं, गा रहे हैं , खा- पी रहे हैं, रंग-गुलाल डाल रहे हैं और आनन्द उठा रहे हैं ,छुट्टी का सा आलम है । चैती मस्ती का यह आलम आज शाम ढले तक चलेगा । इसी के साथ बढ़ती मंहगाई एवं व्यस्त नैतिकतावादी जीवन का प्रभाव अब सभी पर्वो पर  दिखाई देने लगा है इसके बावजूद एक सप्ताह पूर्व से ही बाजारो मे होली की रौनक स्पष्ट दिखने लगी थी ।  सप्ताह भर पूर्व से ही होली का रंग छिटपुट चलने लगा था ।

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लगातार दो दिनों से समाचार पत्र नहीं मिलने से समाचार पत्रप्रेमियों के मध्य खलबली

गुमला । समाचार पत्रों के कार्यालयों में दो दिनों की छुट्टी होने के कारण समाचार पत्रों के प्रकाशन बन्द होने के परिणामस्वरूप लगातार दो दिनों से समाचार पत्र नहीं मिलने से गुमला जिले के समाचार पत्रप्रेमियों के मध्य खलबली मची और वे समाचार के लिए अवकाश का दिन होने के कारण खबरिया चैनलों पर नजरें गड़ाये रहे , परन्तु नित्य समाचार पत्र पढ़ने के आदि पत्रप्रेमियों को पत्रों का नहीं मिलना नागवार गुजरा और वे साप्ताहिक , पाक्षिक और मासिक  पत्र-पत्रिकाओं के सहारे दिन काटते नजर आए । कईयों ने ताश , कैरम बोर्ड, शतरंज आदि खेलकर दिन गुजारे ।लोगों ने बताया कि प्रतिदिन सुबह-सबेरे और फिर जब अवसर मिले अखबार पढ़ने की आदत हो गई है , ऐसे में एक दिन भी समाचार पत्र नहीं मिलने से लगता है कि कुछ खो गया है और जीवन में कुछ अधूरा है, कुछ कमी है ।



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