Sunday, 29 March 2015

चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला द्वारा निजी विद्यालयों की मनमानी पर रोक की मांग

चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला द्वारा निजी विद्यालयों की मनमानी पर रोक की मांग


गुमला । गुमला जिला में निजी व गैरसरकारी विद्यालयों की मनमानी चरम पर है । बेहतर शिक्षा के नाम पर जिले के निजी विद्यालयों द्वारा शुल्क के नाम पर अभिभावकों का दोहन किया जा रहा है। शिक्षा अधिकार अधिनियामका भी यहाँ खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। गुमला के विद्यालयों में एक कक्षा से दूसरी कक्षा में जाने पर भी पुर्ननामांकन के नाम पर बड़ी राशि वसूली जाती है। विद्यालय प्रबंधन की इस तरह की मनमानी पर रोक लगाने के लिए चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला द्वारा उपायुक्त गुमला को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला द्वारा कहा गया है कि निजी विद्यालयों के द्वारा प्रत्येक वर्ष अपने विद्यालय के ही छात्रों से दूसरी कक्षा में जाने पर पुर्ननामांकन के नाम पर हजारों रुपये वसूली जाती है। इसके अतिरिक्त सरकारी नियमों की अनदेखी करते हुए 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का नामांकन नहीं लिया जाता, विद्यालय में ही बाजार मूल्य से ज्यादा मूल्य पर छात्रों को किताब, कॉपी, स्कूल यूनिफार्म आदि उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही सालाना कई तरह के फंड के नाम पर राशि वसूली की जाती है। चेंबर द्वारा दिए ज्ञापन में स्कूल बसों का भाड़ा वृद्धि व सीट से ज्यादा छात्रों को बिठाये जाने की बात कही गई है। चेंबर ने उपायुक्त से छात्र व अभिभावक हित में इस पर अविलंब उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। ज्ञापन देने वालों में चेंबर अध्यक्ष मो. शब्बू, सचिव हिमांशु केसरी, अभिजीत जायसवाल आदि चेंबर ऑफ कॉमर्स गुमला के अधिकारी व सदस्य शामिल थे।

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