Sunday, 29 March 2015

व्याप्त होता जा रहा है कर्मचारियों में सरकार- प्रशासन के प्रत्ति रोष

व्याप्त होता जा रहा है कर्मचारियों में सरकार- प्रशासन के प्रत्ति रोष 

गुमला । झारखण्ड प्रदेश के निचले स्तर के कर्मचारियों में सरकार के प्रति  रोष व्याप्त होता जा रहा है । प्रखण्ड कार्यालयों में पदस्थापित पंचायत स्तरीय कर्मचारियों से लेकर जिला व राज्य स्तरीय कार्यालयों में पदस्थापित कर्मचारियों में सर्वत्र सरकार और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश सुनाई दे रहा है । शनैः-शनैः यह आक्रोश आंदोलनात्मक रूख अख्तियार करने लगा है और कर्मचारी संगठन इसे धारदार बनाने में लगे हैं।गत ग्यारह मार्च को झारखण्ड  राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गुमला के द्वारा गुमला में अराजपत्रित कर्मचारियों की 23 सूत्री माँगों  को लेकर जुलूस निकालकर  प्रदर्शन किया गया, जिले के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों ने भारी संख्या में शामिल होकर अपनी माँगों के समर्थन में नारे बाजी करते हुए पटेल चौक से गुमला जिला समाहरणालय तक जुलूस निकाला और समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय कक्ष के समीप नारे बाजी की ।उपायुक्त कक्ष के समीप कर्मचारियों ने सभा भी की ।महासंघ के गुमला जिला सचिव भूषण कुमार ने कहा कि देश में चारों ओर भ्रष्टाचार व्याप्त है । नरेन्द्र मोदी सरकार कहती है कि देश सुव्यवस्थित ढंग से चल रहा है, परन्तु देश कितना सुव्यवस्थित ढंग से चल रहा है, यह इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां योग्यता को दरकिनार कर योग्यताधारी कर्मचारियों की पदोन्नति नहीं की जा रही है।जनसेवकों को अपने पैतृक विभाग के कार्यों को छोड़ इंदिरा आवास योजना के संचालन आदि कार्य लिये जा रहे हैं और योग्यता के अनुरूप वेतन व अन्य सुविधाएँ भी नहीं दी जा रही हैं । 1986 बैच के जन सेवकों को सुनिश्चित वृत्ति योजना अर्थात एसीपी लाभ के उपरांत बिना सहमति के वेतन निर्धारण मनमाने ढंग से दिया जा रहा है।जनसेवकों , पंचायत सेवकों को गलत तरीके से निलंबित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग में पदस्थापित कर्मियों को आवंटन के अभाव में गत 10 माह से वेतन नहीं दिया गया है।
प्रदर्शन में शामिल अन्य कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कर्मचारियों का चारों ओर शोषण हो रहा है । हमारी मांगें जायज है ।हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यदि जल्द ही हमारी माँगें पूरी नहीं की जाती है तो, वृहद रूप से आंदोलन किया जायेगा। उन्होंने उपायुक्त गौरी शंकर मिंज को ईमानदार अधिकारी बताया, वहीं एलआरडीसी अनूप किशोर शरण और कई अधिकारियों को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया। उन पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि गुमला में कई और अधिकारी हैं, जो तेलमालिश करवाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। खुद भी पैसा खा रहे हैं और दूसरों को भी खिला रहे हैं।

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