गुमला विधायक शिवशंकर उराँव को झारखण्ड मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किए जाने से लोगो में काफी निराशा
गुमला : विद्वान , शिक्षाविद और राज्य के समग्र विकास को संकल्पित गुमला विधायक शिवशंकर उराँव को झारखण्ड की चिरप्रतीक्षित मंत्रीमंडल के विस्तार में शामिल नहीं किए जाने से गुमला जिले के लोगो में काफी निराशा छाई हुई है और वे झारखण्ड मंत्रिमंडल में एक रिक्त पद को शिव शंकर उराँव के लिये सुरक्षित मान इसकी घोषणा की ओर गिद्ध भारी दृष्टि से टकटकी लगाये देख रहे हैं । भाजपा के लोग तो इस बारे में आशान्वित नजर आ ही रहे हैं , विपक्षी भी क्षेत्र के विकास हेतु इसे आवश्यक मान रहे हैं विगत विधानसभा चुनाव शिवशंकर उराँव के विरूद्ध झारखण्ड पार्टी के टिकट पर लड़ने वाले जिला परिषद सदस्य हांदू भगत ने इस सम्बन्ध में दिए गये अखबारिया वयान में कहा है कि झारखण्ड में मंत्रीमंडल के विस्तार में गुमला विधायक शिवशंकर उराँव को शामिल नहीं किए जाने से यहां के लोगो में काफी निराशा हुई है। शिक्षाविद शिवशंकर उराँव को चुनाव के बाद पत्र-पत्रिकाओं और खबरिया चैनलों ने मुख्यमंत्री के प्रमुख दावेदारों में शामिल किया था। लेकिन उन्हें मंत्रीमंडल में भी जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा है कि श्री उरांव द्वारा बीते दिन गुमला में लगाए गए विकास मेला में ऑनलाइन उद्घाटन का विरोध किए जाने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। गुमला, लोहरदगा व सिमडेगा क्षेत्र से एक भी विधायक को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया है। जबकि ये तीन जिला आदिवासी बहुल व पिछड़े हुए हैं।क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस मामले में कहा कि अच्छे और विकास के लिये समर्पित लोगों को बेईमान अपने राह की काँटा समझ उसके समक्ष सदीव ही बाधा खड़ी करने की कोशिश करते हैं । यही कारण है कि विरोधियों ने , लूट-खसोट में संलग्न लोगों ने शिवशंकर उराँव के मार्ग में बढ़ा उत्पन्न करने की कोशिश की है परन्तु सत्य मार्ग ,लोगों के कल्याण की राह पर चलने वालों की जीत अवश्य होती है ।उधर विधायक के अतिउत्साही समर्थकों ने कहा कि शिवशंकर मंत्रिमंडल में अवश्य स्थान पाएंगे ।
गुमला : विद्वान , शिक्षाविद और राज्य के समग्र विकास को संकल्पित गुमला विधायक शिवशंकर उराँव को झारखण्ड की चिरप्रतीक्षित मंत्रीमंडल के विस्तार में शामिल नहीं किए जाने से गुमला जिले के लोगो में काफी निराशा छाई हुई है और वे झारखण्ड मंत्रिमंडल में एक रिक्त पद को शिव शंकर उराँव के लिये सुरक्षित मान इसकी घोषणा की ओर गिद्ध भारी दृष्टि से टकटकी लगाये देख रहे हैं । भाजपा के लोग तो इस बारे में आशान्वित नजर आ ही रहे हैं , विपक्षी भी क्षेत्र के विकास हेतु इसे आवश्यक मान रहे हैं विगत विधानसभा चुनाव शिवशंकर उराँव के विरूद्ध झारखण्ड पार्टी के टिकट पर लड़ने वाले जिला परिषद सदस्य हांदू भगत ने इस सम्बन्ध में दिए गये अखबारिया वयान में कहा है कि झारखण्ड में मंत्रीमंडल के विस्तार में गुमला विधायक शिवशंकर उराँव को शामिल नहीं किए जाने से यहां के लोगो में काफी निराशा हुई है। शिक्षाविद शिवशंकर उराँव को चुनाव के बाद पत्र-पत्रिकाओं और खबरिया चैनलों ने मुख्यमंत्री के प्रमुख दावेदारों में शामिल किया था। लेकिन उन्हें मंत्रीमंडल में भी जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा है कि श्री उरांव द्वारा बीते दिन गुमला में लगाए गए विकास मेला में ऑनलाइन उद्घाटन का विरोध किए जाने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। गुमला, लोहरदगा व सिमडेगा क्षेत्र से एक भी विधायक को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया है। जबकि ये तीन जिला आदिवासी बहुल व पिछड़े हुए हैं।क्षेत्र के ग्रामीणों ने इस मामले में कहा कि अच्छे और विकास के लिये समर्पित लोगों को बेईमान अपने राह की काँटा समझ उसके समक्ष सदीव ही बाधा खड़ी करने की कोशिश करते हैं । यही कारण है कि विरोधियों ने , लूट-खसोट में संलग्न लोगों ने शिवशंकर उराँव के मार्ग में बढ़ा उत्पन्न करने की कोशिश की है परन्तु सत्य मार्ग ,लोगों के कल्याण की राह पर चलने वालों की जीत अवश्य होती है ।उधर विधायक के अतिउत्साही समर्थकों ने कहा कि शिवशंकर मंत्रिमंडल में अवश्य स्थान पाएंगे ।
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