पिछडेपन के लिए राजनैतिक दलों के साथ जनता भी जिम्मेदार - मायावती
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने झारखंड के पिछडेपन के लिए राजनीतिक दलों के साथ यहां की जनता को भी जिम्मेदार ठहाराया.
बसपा प्रमुख मायावती ने २४ मार्च को रांची से अपने उम्मीदवार दुर्गा उरांव के समर्थन में आयोजित एक चुनावी रैली में यह बातें कहीं. रैली में अपेक्षाकृत कम लोगों की उपस्थिति से बिफरीं मायावती ने राज्य की जनता को जाग जाने की ताकीद की.
उन्होंने कहा कि झारखंड देश के अधिकतर राज्यों से विकास के पैमाने पर बहुत पिछड़ा हुआ है जिसके लिए मुख्य रूप से यहां के राजनीतिक नेता और दल जिम्मेदार हैं अत: इस स्थिति को बदलने के लिए ईमानदार और अच्छे लोगों को चुनकर विधानसभाओं और संसद में भेजना होगा.
उन्होने कहा कि सोमवार के बंद के चलते रैली में उनके समर्थक नहीं पहुंच सके.
रैली में कम लोगों को देखकर मायावती ने कहा कि मेरे कार्यकर्ताओं ने यहां रैली करने का अनुरोध किया था जिसके चलते मैं यहां आयी. विपक्षी लोगों ने साजिश कर सोमवार को बंद करवाया है जिसके चलते पार्टी के पदाधिकारी तक विभिन्न स्थानों पर अटके पड़े हैं.
बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की कि आप लोग जितनी भी संख्या में आये हैं, मेरा संदेश लेकर जायें और पूरे राज्य की जनता को परिवर्तन के लिए प्रेरित करें.
रांची लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गा उरांव के लिए आयोजित इस रैली में मायावती ने कहा कि आप ने सभी दलों को यहां शासन करने का अवसर दिया है और उनका काम भी देखा है लेकिन अब बसपा को भी एक मौका देकर आप देखें कि आप के भाग्य में क्या परिवर्तन होता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार से झारखंड क्षेत्र को विकास के उद्देश्य से ही अलग किया गया था लेकिन उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो सकी है.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के झूठे वादों और इनसे पटे घोषणा पत्रों में लोगों को नहीं खोना चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि संसद के अभी संपन्न हुए अंतिम सत्र में उन्होंने झारखंड के लिए भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग की थी लेकिन जो दल यहां शासन में हैं और शासन कर चुके हैं उन्होंने पूरी तरह मौन धारण किये रखा.
उन्होंने कहा कि झारखंड देश के अधिकतर राज्यों से विकास के पैमाने पर बहुत पिछड़ा हुआ है जिसके लिए मुख्य रूप से यहां के राजनीतिक नेता और दल जिम्मेदार हैं अत: इस स्थिति को बदलने के लिए ईमानदार और अच्छे लोगों को चुनकर विधानसभाओं और संसद में भेजना होगा.
उन्होने कहा कि सोमवार के बंद के चलते रैली में उनके समर्थक नहीं पहुंच सके.
रैली में कम लोगों को देखकर मायावती ने कहा कि मेरे कार्यकर्ताओं ने यहां रैली करने का अनुरोध किया था जिसके चलते मैं यहां आयी. विपक्षी लोगों ने साजिश कर सोमवार को बंद करवाया है जिसके चलते पार्टी के पदाधिकारी तक विभिन्न स्थानों पर अटके पड़े हैं.
बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की कि आप लोग जितनी भी संख्या में आये हैं, मेरा संदेश लेकर जायें और पूरे राज्य की जनता को परिवर्तन के लिए प्रेरित करें.
रांची लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार सामाजिक कार्यकर्ता दुर्गा उरांव के लिए आयोजित इस रैली में मायावती ने कहा कि आप ने सभी दलों को यहां शासन करने का अवसर दिया है और उनका काम भी देखा है लेकिन अब बसपा को भी एक मौका देकर आप देखें कि आप के भाग्य में क्या परिवर्तन होता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार से झारखंड क्षेत्र को विकास के उद्देश्य से ही अलग किया गया था लेकिन उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो सकी है.
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के झूठे वादों और इनसे पटे घोषणा पत्रों में लोगों को नहीं खोना चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि संसद के अभी संपन्न हुए अंतिम सत्र में उन्होंने झारखंड के लिए भी विशेष राज्य के दर्जे की मांग की थी लेकिन जो दल यहां शासन में हैं और शासन कर चुके हैं उन्होंने पूरी तरह मौन धारण किये रखा.





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