Saturday, 8 February 2014

श्रीरामभक्त हनुमान की जन्मस्थली झारखण्ड के गुमला जिला का आञ्जन धाम


श्रीरामभक्त हनुमान की जन्मस्थली झारखण्ड के गुमला जिला का आञ्जन धाम



पौराणिक मान्यतानुसार भगवान शिव के ही एक अंश माने जानेवाले अनन्य
राम भक्त हनुमान का ननिहाल झारखण्ड में ही अवस्थितहै, जिसे हम आंजन
ग्राम के रूप में जानते हैं। गुमला जिले के टोटो से चार मील की दूरी पर
अवस्थित आंजन ग्राम ही माता अंजनी और हनुमान का जन्मस्थलहै। गांव
की सीमा पर स्थित एक पहाडी को आंजन पहाड कहा जाता है, जिसमें एक
गुफाहै और धार्मिक मान्यता के अनुसार उसी गुफामें भगवान रुद्र स्वरूप
हनुमान का अवतार हुआ था। एक मान्यता के अनुसार इस गांव में प्राचीन
काल में 360तालाब व उतनी ही संख्या में शिवलिंगथे। माता अंजनी में
भगवान शिव की अनन्य भक्ति थी, जो प्रतिदिन एक-एक तालाब में स्नान
कर एक-एक शिवलिंगकी पूजा करती थी। अब भी गांव में सौ से अधिक
शिवलिंगमौजूद हैं, जो विभिन्न आकार-प्रकार के हैं। अंजनी गुफामें प्राचीन
काल से स्थापित अंजनी माता की सुंदर प्रस्तर-प्रतिमा को आंजन गांव में
एक मंदिर बना कर स्थापित कर दिया गया है। साथ ही मंदिर में एक सुन्दर
शंखमर्मरकी प्रतिमा भी स्थापित की गई है। इस तीर्थ की सबसे
बडी विशेषता यह है कि वहां स्थापित प्रतिमा में माता अंजनी शिशु हनुमान
को स्तनपान कराती दिखाई गई हैं। कहते हैं, इस मुद्रा की प्रतिमा देश के
अन्य किसी भी तीर्थ में सुलभ नहीं है। आंजन ग्राम को भगवान शिव के
श्रद्धालु भक्त विशेष फलदायक तीर्थ मानते हैं। ऐसा विश्वास है
कि अंजनी गुफाके अंदर ही अंदर एक सुरंग है, जो पास बहने
वाली खटवा नदी तक जाती है तथा जिससे हो कर अंजनी माता नदी तक
स्नान करने जाती थीं। अभी भी दूर दराज से लोग अंजनी माता के दर्शन
करने आते हैं तथा खटवा नदी में स्नान कर भगवान शिव की पूजा-
अर्चना करते हैं। इस स्थान को सिद्ध स्थल माना गया है और
ऐसा विश्वास है कि यहां मनौतियां बहुत जल्दी फलवती होती हैं। विशेष कर
सुयोग्य पुत्र प्राप्त होने की मनौती।

No comments:

Post a Comment